हाल ही में एक दिल दहला देने वाले वीडियो में नजर आया था कि श्रीविल्लिपुथुर नचियार थिरुकोविल मंदिर का एक महावत जैमलयथा नामक हथिनी की क्रूर पिटाई व उसके साथ बदसलूकी कर रहा है।
श्रीविल्लीपुथुर नचियार थिरुकोविल मंदिर ने कथित तौर पर एक दशक से अधिक समय से जैमलयथा नामक हथिनी को अवैध रूप से कैदी बनकार रखा गया है, क्योंकि छह महीने की लीज समाप्त होने के बाद उसे कभी भी असम वन विभाग में वापस नहीं किया गया था। पहला वीडियो, जो फरवरी 2021 में सामने आया था उसमे देखा गया कि जैमलयथा को एक कायाकल्प शिविर में महावटों द्वारा पीटा जा रहा है जिसके उपरांत कार्यवाही करते हुए तमिलनाडु के हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती विभाग ने उक्त दोनों महावतों को निलंबित कर दिया था जिसके उपरांत उन्हें बेल पर छोड़ दिया गया था।
PETA इंडिया की शिकायतों और सरकारी संस्था “एनिमल वेलफेयर बोर्ड ऑफ इंडिया” के हस्तक्षेप के बाद, उक्त महावत के खिलाफ़ FIR दर्ज़ कर ली गयी है। तमिलनाडु वन विभाग द्वारा दायर वन्यजीव अपराध रिपोर्ट की एक प्रति अभी भी PETA इंडिया द्वारा प्रतीक्षित है।
आप भी सहायता कर सकते हैं!
तत्काल कार्यवाही करते हुए, आसाम और तमिल नाडु सरकार से जैमलयथा को बचाकर एक अभयारण्य में पुनर्वासित करने का अनुरोध करें, जहाँ वह अपना बचा हुआ जीवन जंजीरों से मुक्त होकर, अन्य हाथियों की संगति में शांतिपूर्ण ढंग से व्यतीत कर सके।